भारत बनाम इंग्लैंड पहला टेस्ट : एक ही टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज़ों ने 5 शतक जमाए

five centuries in a single test

एक ही टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज़ों ने 5 शतक जमाए

भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाज़ों ने इतिहास रच दिया—एक ही टेस्ट में पांच भारतीय बल्लेबाज़ों ने शतक जमाए, जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार हुआ है। आइए एक-एक करके इन शानदार पारियों पर नज़र डालते हैं:

🏏 1. यशस्वी जायसवाल – 101 (159 गेंद)

एक ही टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज़ों ने 5 शतक जमाए

पहली पारी में भारत की शुरुआत थोड़ी धीमी रही, लेकिन यशस्वी जायसवाल ने संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाया। 16 चौकों से सजी उनकी पारी ने भारत को ठोस शुरुआत दी और यह हेडिंग्ले में किसी भी भारतीय ओपनर का पहला शतक था।

🏏 2. शुभमन गिल – 147 (227 गेंद)

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कप्तान के रूप में अपने पहले टेस्ट में गिल ने शानदार नेतृत्व करते हुए 19 चौकों और 1 छक्के की मदद से 147 रन बनाए। यह पारी तकनीकी परिपक्वता और मानसिक दृढ़ता का उदाहरण थी।

🏏 3. ऋषभ पंत – 134 (178 गेंद) और 118 (140 गेंद)

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पंत ने पहली पारी में 134 रन बनाए और फिर दूसरी पारी में 118 रन ठोककर टेस्ट इतिहास में दोनों पारियों में शतक लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए। उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी ने इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को बैकफुट पर धकेल दिया।

🏏 4. केएल राहुल – 127 (दूसरी पारी)

भारत बनाम इंग्लैंड पहला टेस्ट, चौथा दिन

दूसरी पारी में जब भारत को स्थिरता की ज़रूरत थी, राहुल ने क्लासिक टेस्ट बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया। उन्होंने 227 गेंदों में 127 रन बनाए और पंत के साथ मिलकर 195 रनों की साझेदारी की, जिससे भारत को 370+ का लक्ष्य सेट करने में मदद मिली।

इतिहास में पहली बार एक ही टेस्ट में भारतीय बल्लेबाज़ों ने 5 शतक जमाए

यह पहली बार है जब भारत ने किसी टेस्ट मैच में पांच व्यक्तिगत शतक लगाए हैं। इससे पहले भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2007 में बांग्लादेश के खिलाफ चार शतकों का था। अब भारत ने ऑस्ट्रेलिया (1955) के बाद दूसरी ऐसी टीम बनकर यह कारनामा दोहराया है जिसने विदेशी ज़मीन पर एक टेस्ट में पांच शतक लगाए।

इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने न सिर्फ भारत को मैच में मज़बूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि टीम के पास अनुभव और युवा जोश का बेहतरीन मिश्रण है। अगर चाहो तो हम यह भी देख सकते हैं कि इंग्लैंड की गेंदबाज़ी इस दबाव में कैसे बिखरी।